की प्रतिक्रिया: भारत का COVID-19 संकट


की प्रतिक्रिया: भारत का COVID-19 संकट

बोली जाने वाली भाषाओं का उपयोग वाले लोगों के लिए जीवन रक्षक जानकारी का ज़िंदगियाँ सुधारते बॉर्डर्स (टीडब्ल्यूबी) समुदाय का हिस्सा बनकर स्वेच्छा से काम करने वाले व्यक्तियों के पास कई प्रकार के गुण और दक्षता होती हैं। ज्ञान में भाषा संबंधित बाधा ना होने वाले विश्व की हमारी दृष्टि को मानते और अपनाते हैं। सभी स्वयंसेवकों के आभारी हैं, उनकी कहानियाँ शेयर करना पसंद करते हैं।

,,, आपातकाल

COVID-19 के हर चरण में, हमारे समुदाय ने उन भाषाओं में ज़रूरी अनुवाद, वॉयसओवर, और कैप्शन्स के साथ प्रतिक्रिया करी जिन्हें लोग समझते भर में COVID-19 के 19 करोड़ से ज़्यादा मामले पाए गए हैं, और इस प्रकाशन के समय इनमें से 32 737 939 भारत में हैं। , विश्व ने भारत को संक्रमण में के साथ ऑक्सीजन की कमी से जूझते हुए देखा। लोगों को वायरस से सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी जानकारी का अनुवाद किया। वक्त, लोगों को टीका लगाने के एक टीकाकरण अभियान जारी है। लैंगिक अंतर से चिंतित हैं, “सरकारी आंकड़े दर्शाते हैं 6% कम औरतों को टीका लग रहा है।” तौर पर भारत के ग्रामीण इलाकों में दिक्कत की बात है जहाँ इंटरनेट तक पहुँच कम और टीके को लेकर झिझक और डर ज़्यादा, खार तौर पर औरतों में।

लगता है कि अनुवाद से बहुत फरक पड़ता है क्योंकि भारत में भी, दूर के इलाकों के लोगों के पास शुरुआत में सरकार के द्वारा दीए गए कोविड संबंधित स्वास्थ्य और टीकाकरण संसाधनों पहुँच नहीं थी, या तो साधन और माध्यम की कमी के कारण के के अंग्रेजी प्लैटफॉर्म को इस्तेमाल नहीं कर पाने के कारण। ”

रस्तोगी, हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट

हमारा समुदाय काम पर लगता है। , हम जानकारी तक निष्पक्ष पहुँच के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं, हमारी खुद की भाषा पर ध्यान दिए रस्तोगी, हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट का इंटरव्यू लिया, और साथ ही पूनम तोमर और आशुतोष मित्रा का, जो हमारे मेहनती हिन्दी भाषा समुदाय के सदस्य हैं। सब अपना समय और कौशल हमारे लक्ष्य में सहायता देने में प्रदान करते हैं। लोगों के लिए, इसका मतलब है महामारी के विकास के साथ साथ सटीक, समय पर जानकारी देना। भी सुनिश्चित किया जाता है कि लोग उन सवालों को पूछ सकें जिनसे उन्हें मतलब है और अपनी भाषा जवाब पा

हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट, चिन्मय की प्रतिक्रिया: भारत का COVID-19 संकट
, हिन्दी अनुवादक

, हिन्दी अनुवादक

  • हिन्दू फिलासफी से प्रेरित
  • टीडब्ल्यूबी टी-शर्ट गर्व से अपनी अलमारी में रखते हैं
  • 700.000 दे चुके हैं

, हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट

  • भाषा समुदाय के नेतृत्व में सहायता देते हैं
  • महामारी के बीच हमसे जुड़े
  • 72.000 दे चुके हैं

, हिन्दी अनुवादक

  • सिंगापूर की निवासी
  • चीज़ें सीखने में दिलचस्पी रखती हैं
  • 17.000 दे चुकी हैं

वायरस, नए शब्द।

टीडब्ल्यूबी से महामारी के कोलाहल के दौरान जुड़े। तुरंत COVID-19 ट्रेनिंग और शिक्षा प्रोजेक्ट्स में भेजा यह सुनिश्चित करने के लिए कि समुदाय में स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों से वायरस के बारे में ठीक से बात कर हमारे निपटने के तरीके को समझाने के लिए “सामाजिक दूरी,” “अलग रेहना”, “अलगाव ”और अनगिनत नए शब्द अंग्रेजी भाषाओं में निकाले गए हैं। को, उदाहरण के रूप में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, दुनिया भर के लोगों को अपनाना ज़रूरी है, चाहे वे कोई भी भाषा बोलते हों। नए शब्दों और उन्हें इस्तेमाल करने के नए तरीकों के लिए कोई अंग्रेजी-हिन्दी शब्दकोश नहीं था। को उनकी भाषा में जानकारी देने और देने के लिए चिन्मय और उनके सह-अनुवादक कई संसाधनों का अनुवाद करने के प्रयास में शामिल हुए। हमारे भाषाविदों और लैंग्वेज असोसिएट्स की ज़िम्मेदारी होती है कि वे अनजान शब्दों का अनुवाद करने के सबसे अच्छे तरीके ढूंढें और नई और अनोखी परिस्थितियों में संसाधनों को सभी भाषाओं के हमारे समुदायों तक पहुँचाएँ। संसाधन है हिन्दी स्टाइल गाइड जिसे चिन्मय ने हाल ही में टीडब्ल्यूबी अनुवादकों के लिए बनाने में मदद की टीडब्ल्यूबी प्रोजेक्ट्स का हिन्दी में अनुवाद करने के आम सिद्धांतों का चित्रण करता है। कहा कि “इस विषय पर काम करना चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक है क्योंकि यह किसी के जीवन पर अच्छा और असर डाल सकता सभी के जीवन में डिजिटाइजेशन का असर के बावजूद, संसाधन“ उपलब्ध ”तो हैं लेकिन उन तक भाषा बाधा के रहते लोगों“ पहुँच ” नहीं होती। बाधा को पार करने की चुनौती मुझे आकर्षित करती है। ”

"यह देखना काफी दिलचस्प रहा है कि शब्द और शब्दावलियाँ किसी भाषा में कैसे शामिल किए जाते हैं। "

, हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट।

भाषाएँ, एक अभियान

भाषाविद साथ मिलकर अपने समुदायों की सहायता करने के लिए अभिप्रेरित होते हैं। कहती हैं, “कोविड परिस्थिति ने मुझे है कि -निदेशों का अनुवाद किया गया रूप आपकी मातृभाषा में होना कितना ज़रूरी रूप में, मैं समुदाय की सहायता करना चाहती थी और इस मुश्किल दौर में फैलाना चाहती है।”

"के ज़रिए, मैं हिन्दी के सभी के लिए बाधा प्रयत्न कर हूँ जो विदेशी समझ नहीं"

, टीडब्ल्यूबी के लिए हिन्दी अनुवादक

की प्रतिक्रिया: भारत का COVID-19 संकट
, हिन्दी के कोविड -19 में काम करते हुए

के लिए, हिन्दू धर्म की फिलासफी उन्हें प्रेरणा देती है। वे समझाते हैं: "वसुधैव कुटुम्बकम का मतलब है वसुधा (पृथ्वी) + एव (एक और कोई नहीं) + कुटुम्बकम (परिवार)। मनुष्य को बंधुत्व का सर्वोत्तम रूप और जाती, रंग, नस्ल, राष्ट्रीयता, और धर्म जैसे अंतरों को करने का आदेश देता है। आप इस फिलासफी का पालन करते हैं तो आप अपनी सभी चीजें अपने परिवार से बाँटते हैं, उम्र और रिश्ते की परवाह किए टीडब्ल्यूबी में स्वेच्छा से काम करते वक्त मैं यही करता हूँ। यही मुझे प्रेरणा देते रहता है। ”

“कर्म” प्रेरित हैं, स्वयंसेवा है:

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।

मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।

2,47।

इसका अनुवाद करते हैं – “अपना केवल कार्य रहने दें और कभी पर नहीं; कभी भी; लगाव अकार्य से न होने दें। ”

साथ में सीखना

हैं कि वे आम तौर पर अपनी शाम और सप्ताह के अंत टीडब्ल्यूबी के लिए स्वयंसेवा में बिताती कोविड -19 क्लासरूम योगदान देने के अवसर के लिए आभारी हैं। के स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए संसाधनों की एक लाइब्रेरी है जिसे टीडब्ल्यूबी के भाषाविद समुदाय के सहयोग से बहुभाषी गया वाले समुदाय के लिए शिक्षा को उपलब्ध करने से, सभी शामिल लोगों ने कोविड -19 के प्रसार को धीरे करने ज़िंदगियाँ बचाने में भूमिका निभाई है।

तालमेल और अनुवाद के ज़रिए सीख पाने का अवसर हमारे सभी स्वयंसेवकों के लिए पारितोषिक है। बात की प्रशंसा करते हैं कि “टीडब्ल्यूबी के प्रोजेक्ट्स के अद्भुत फैलाव के रहते आपको स्वयं को कभी भी सीमित नहीं करना पड़ता। भी काफी आकर्षक है कि यहाँ किस तरह टेक्नॉलजी के माध्यम से हमारी दुनिया को ऐसे साधनों और सेवाओं के निर्माण से बेहतर बनाया जा रहा है जो उन भाषाओं में हैं जिनसे लोग परिचित हैं।

समुदाय के कईं सदस्य इसे एक परिवार के रूप में देखते हैं। करने के कर सकते, हमसे जुडने निमंत्रित करते हैं! हिन्दी बोलने वाले समुदाय को बड़ा कर रहे हैं ताकि हम और मानवतावादी ज़रूरतों के लिए प्रतिक्रिया दे

27 de noviembre de 2021

से जुड़िये, हिन्दी बोलने वाले लोगों में इसका प्रसार कीजिए, और आवश्यक जानकारी देने और लोगों को उनकी भाषा में आवाज़ देने टीडब्ल्यूबी का साथ दीजिए।

गया डेनिऐल मूर द्वारा, कम्यूनिकेशन्स एण्ड एन्गैज्मन्ट ऑफिसर फॉर टीडब्ल्यूबी, CLEAR Global का हिस्सा। रस्तोगी, टीडब्ल्यूबी के वालन्टीयर हिन्दी लैंग्वेज असोसिएट, मित्रा, के अनुवादक, और पूनम तोमर, टीडब्ल्यूबी की अनुवादक द्वारा इंटरव्यू जवाब।  


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